ले के पहला पहला प्यार, भर के आंखों में खुमार

लेके पहला पहला प्यार भरके आंखो में खुमार...…...... वैलेंटाइन डे पर सुबह सवेरे का खुशनुमा वक्त था और आज घर में रोजाना बजने वाली रामायण की चौपाइयों की जगह पर अम्मा बाबूजी के कमरे से आती इस सदाबहार गीत की मधुर स्वर लहरी सुन पाँखुरी के होठों पर मुस्कान तैर आई और उसने अपने पति को हौले से झिंझोड़ कर जगाते हुए कहा, "गुड मॉर्निंग माय लव, हैप्पी वैलेंटाइंस डे। अम्मा का वैलेंटाइन डे तो मन गया, देखो बाबू जी ने कितना रोमांटिक गाना उनके लिए बजाया है। अब तुम क्या करने वाले हो मेरे लिए आज?"

"हनी, हम तो रोज ही वैलेंटाइन डे मनाने को तैयार रहते हैं। तुम मनाने दो तब ना," विहान ने पाँखुरी को अपनी ओर खींचते हुए उसके कपोल पर एक स्नेहचिह्न अंकित कर दिया और उस के चेहरे पर असंख्य गुलाब खिल उठे।

मुस्कुराते हुए विहान की गिरफ्त से अपने आप को छुड़ाते हुए वह कमरे से बाहर निकल गई। डाइनिंग रूम में डाइनिंग टेबल पर अम्मा तनिक खीजी हुई सी बैठीं थी। उसे देख वह बोल उठीं, "देख बहू अपने बाबूजी को। बुढ़ापे में यह मरा क्या कहवें हैं, वैलेंटाइन डे मनाने का शौक चर्राया है। मुझे कसम खिलाकर यहां बैठा गए हैं। कह रहे हैं आज मैं चाय बनाऊँगा। जवानी में तो कभी एक गिलास पानी तक ना पिलाया मुझे। हारी बीमारी तक में मैं मर मर कर अकेली रसोई में खिपी रहती थी। जरा बतइयो, अब बुढ़ापे में तुम बच्चों के सामने ये चौंचले क्या शोभा देवें हैं?"

"अरे अम्माजी जब जागो तभी सवेरा, अब बाबूजी इतने प्यार से आपके लिए चाय बना रहे हैं तो बिना बात के क्यों झल्ला रही हैं? मैं कहती ही रह जाती हूं विहान तो रसोई में झांकते तक नहीं है। विहान, विहान देखो, आज बाबूजी अम्मा के लिए चाय बना रहे हैं। चलो रसोई में जाकर उनकी मदद करो।"

"बेटा विहान, फटाफट रसोई में आजा। आज वैलेंटाइन डे पर इन सास बहू को चाय के साथ पकोड़े भी खिला देते हैं। इलायची अदरक की चाय और आलू गोभी के पकोड़े, वाह भई वाह, मजा आ जाएगा। तेरी मां को आलू गोभी के पकोड़े बहुत पसंद हैं। खुश हो जाएगी सुबह सुबह चाय के साथ अपने पसंदीदा चटपटे पकौड़े देख कर।"

"बाबूजी, आपका वैलेंटाइन डे तो मन गया चायपकौडों के साथ, अब पाँखुरी के लिए में क्या करूं, आप ही कुछ बताओ", विहान ने तनिक हंसते हुए बाबूजी से पूछा और जवाब में वह ठठा कर हंसते हुए बोले, "भई, यह तू सोच, बहू को कैसे खुश करना है? मेरी बुढ़िया तो चाय पकौड़ों से ही मगन हो जाएगी।

थोड़ी ही देर में पहले पहले प्यार की मधुर, खट्टी मीठी अनुभूतियों को जीते उनकी खुशनुमा चहक से उनका आशियाना गूंज उठा।